बिलासपुर। कलेक्टर अवनीश शरण ने गुरुवार को जिले के ग्रामीण अस्पतालों और राजस्व शिविरों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने दगौरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और सिलपहरी उप स्वास्थ्य केंद्र की व्यवस्था देखी। दगौरी अस्पताल में साफ-सफाई की स्थिति खराब मिलने पर कलेक्टर ने नाराजगी जताई। उन्होंने बताया कि यहां हर महीने 10-15 प्रसव होते हैं और रोजाना 80 से 90 मरीज ओपीडी में आते हैं।
मेडिकल ऑफिसर ने बताया कि अस्पताल में फार्मासिस्ट और अन्य स्टाफ की कमी है। फार्मासिस्ट लीलावती मांझी, नेत्र सहायक संगीता गेडाम और पर्यवेक्षक प्रफुल्ल कुमार सिंह इस समय शहरी क्षेत्र में ड्यूटी पर हैं। इस पर कलेक्टर ने निर्देश दिए कि इनकी शहरी संलग्नता तत्काल समाप्त कर इन्हें दगौरी अस्पताल में वापस भेजा जाए। यदि ऐसा नहीं हुआ तो उनका वेतन रोकने और सस्पेंड करने की कार्रवाई की जाएगी।
इसके अलावा कलेक्टर ने सिलपहरी गांव में चल रहे राजस्व शिविर का भी निरीक्षण किया। उन्होंने किसानों को ‘किसान किताब’ बांटी और ग्रामीणों से खेती-किसानी, राशन और पानी की स्थिति के बारे में बातचीत की। ग्रामीणों ने बताया कि राशन समय पर मिल रहा है, लेकिन पानी की समस्या है। इस पर कलेक्टर ने गर्मी के मौसम में धान की फसल न लेने और सब्जी या कम पानी वाली फसलें उगाने की सलाह दी।
कलेक्टर ने बिल्हा तहसील के अमेरी अकबरी गांव में भी राजस्व शिविर का निरीक्षण किया, जहां कुल 22 आवेदन प्राप्त हुए। उन्होंने सभी आवेदनों का शीघ्र समाधान करने के निर्देश अधिकारियों को दिए।